Tortoise and Hare: Short Moral Story

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एक जंगल में खरगोश (Hare) और कछुआ (Tortoise) रहते थे।
खरगोश अपनी तेज़ रफ्तार पर बहुत घमंड करता था।
वह अक्सर कछुए का मज़ाक उड़ाता और कहता,

“तुम कभी मुझसे नहीं जीत सकते।”

कछुआ शांत था, लेकिन उसने खुद पर भरोसा रखा।
एक दिन कछुए ने खरगोश से कहा:

“चलो दौड़ लगाते हैं, देखेंगे कौन जीतता है।”

दौड़ शुरू हुई।
खरगोश तेज़ी से आगे निकल गया और रास्ते में आराम करने लगा।
कछुआ धीरे-धीरे, लेकिन लगातार चलता रहा।

जब खरगोश उठकर दौड़ा, तो देखा कि कछुआ फिनिश लाइन पार कर चुका था

Moral of the Story

  • Consistency beats talent.
  • धीरे-धीरे आगे बढ़ना भी जीत की कुंजी है।
  • घमंड और आलस हार की सबसे बड़ी वजह हैं।

जिंदगी में कभी-कभी आप देखेंगे कि दूसरों से तेज़ होने की कोशिश कर रहे हैं।
लेकिन याद रखिए:
जो लगातार चलता है, वही मंज़िल तक पहुँचता है।

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